नमदा शिल्प क्या है, नमदा शिल्प से जुड़ी परियोजनाएं, भारत के कुछ मुख्य शिल्प ( What is Namda Craft, Projects related to Namda Craft, Major Crafts in India)
हाल ही में कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय द्वारा नमदा शिल्प से जुड़े दो प्रोजेक्ट्स लॉन्च किए गए हैं। भारत के विभिन्न क्षेत्रों में ऐसी कई कलाएं हैं जो अब धीरे धीरे विलुप्त हो रही हैं। समय रहते इन्हे संरक्षण और प्रोत्साहन प्रदान नहीं किया गया तो आनेवाली पीढ़ी इन कलाओं से वंचित रह जाएगी। इसी दिशा में एक सराहनीय प्रयास कर के केंद्र सरकार ने कश्मीरी नमदा शिल्प के पुनर्जीवन हेतु पायलट प्रोजेक्ट का पदार्पण किया है। तो आइए इस आर्टिकल के माध्यम से जाने नमदा शिल्प से जुड़े प्रोजेक्ट के बारे में। इसके साथ ही नमदा शिल्प के महत्वपूर्ण पहलुओं को भी समझेंगे।
नमदा शिल्प है क्या ( What is Namda Craft)
नमदा शिल्प में भेड़ के ऊन से गलीचा बनाया जाता है। यहां सामान्य बुनाई के स्थान पर फेल्टिंग तकनीक काम में आती है। चूंकि कश्मीर में ठंड में फर्श पर बैठना मुश्किल हो जाता है इसलिए इस शिल्प को प्रयोग में ला कर बिस्तर और गद्दे के बाहरी कर बनाए जाते हैं। कश्मीरी संस्कृति में फर्श पर बैठना किसी महत्वपूर्ण परंपरा के समान है। और इस तरह देखा जा सकता है कि नमदा शिल्प कश्मीरी संस्कृति का एक अभिन्न अंग भी है।नमदा बाजार मूल रूप से कश्मीर के बारामुला, अंतननाग, रेनवारी जैसे इलाकों में स्थित है। हालाकि राजस्थान के टोंक क्षेत्र में भी नमदा बनाया जाता है। बात नमदा के निर्यात की करें तो इसका निर्यात यूरोप एवं जापान में होता है।
नमदा शिल्प से जुड़ी परियोजनाएं ( Projects related to Namda Craft)
नमदा शिल्प से संबंधित परियोजना प्रधानमंत्री कौशल विकास 3.0 के अंतर्गत लाई गई है। सरकार ने इस परियोजना को पच्चीस बैचों में लागू करने का मन बनाया है। कुशल कारीगरों और माल की कमी के कारण सन 1998-2008 के बीच इस शिल्प के निर्यात में भरी गिरावट आई थी। सरकार की लाई गई परियोजना में करीबन 2250 लोगों को लाभ मिलेगा। यहां लोगो को रिकॉग्निशन ऑफ़ प्रायर लर्निंग के माध्यम से शिक्षित किया जाएगा। जब स्थानीय बुनकर और कारीगर कुशल बनेंगे तब नमदा शिल्प के निर्यात में बढ़ोतरी होगी।
भारत के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े मुख्य शिल्प पर एक नज़र ( Major Crafts in India)
- बैंबू क्राफ्ट (पूर्वी राज्यों में)
- बिद्री ( कर्नाटक)
- बनारसी साड़ी ( यूपी)
- फुलकारी ( पंजाब व हरियाणा)
- कासे के हैंडीक्राफ्ट ( राजस्थान)
- पश्मीना शॉल ( कश्मीर)
- संगमरमर से जुड़ा शिल्प ( यूपी)