वो मेरी आशा, वो मेरी अभिलाषा,
ममता से भरी,अपनेपन की परिभाषा.
वो साथ मेरे हरदम, बनकर एक साया,
उसने ही मेरा. जीवन महकाया.
तकलीफ़ में भी मुस्काती हैं,
हर गम ख़ुशी से सह जाती हैं.
मेरी राहों पर फूल बिछाती वो,
खुद कांटो पर भी सो जाती हैं.
ममता की मूरत होती हैं माँ,
भगवान् की छवि कहलाती हैं माँ.