दादी ने बनाया मेसी को दुनिया का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी, जानिए इनकी रोचक जानकारी
दादी ने बनाया मेसी को दुनिया का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी, जानिए इनकी रोचक जानकारी
बीती रात दुनिया को फुटबॉल का नया चैंपियन मिला. सांस रोक देने वाले खिताबी मुकाबले में अर्जेंटीना ने फीफा वर्ल्ड कप 2022 की ट्रॉफी अपने नाम कर ली है.
बीती रात दुनिया को फुटबॉल का नया चैंपियन मिला. सांस रोक देने वाले खिताबी मुकाबले में अर्जेंटीना ने फीफा वर्ल्ड कप 2022 की ट्रॉफी अपने नाम कर ली है.
लियोनेल मेसी आज दुनिया के सबसे महान फुटबॉल खिलाड़ी हैं, उनकी इस सफलता के पीछे उनकी दादी मां का हाथ है.
लियोनेल मेसी आज दुनिया के सबसे महान फुटबॉल खिलाड़ी हैं, उनकी इस सफलता के पीछे उनकी दादी मां का हाथ है.
मेसी बचपन से अपनी दादी माँ के साथ रहते थे, वे उन्हें प्रैक्टिस के लिए छोड़कर आती थी और उनका हौसला भी बढ़ाती थी.
मेसी बचपन से अपनी दादी माँ के साथ रहते थे, वे उन्हें प्रैक्टिस के लिए छोड़कर आती थी और उनका हौसला भी बढ़ाती थी.
मेसी 10 साल के थे तब उनकी दादी का देहांत हो गया था. मेसी जब भी गोल करते हैं, तो आसमान की तरफ दोनों हाथों से इशारा करके अपनी प्यारी दादी माँ को याद करते हैं.
मेसी 10 साल के थे तब उनकी दादी का देहांत हो गया था. मेसी जब भी गोल करते हैं, तो आसमान की तरफ दोनों हाथों से इशारा करके अपनी प्यारी दादी माँ को याद करते हैं.
मेसी 10 साल के थे तब उनकी दादी का देहांत हो गया था. मेसी जब भी गोल करते हैं, तो आसमान की तरफ दोनों हाथों से इशारा करके अपनी प्यारी दादी माँ को याद करते हैं.
मेसी 10 साल के थे तब उनकी दादी का देहांत हो गया था. मेसी जब भी गोल करते हैं, तो आसमान की तरफ दोनों हाथों से इशारा करके अपनी प्यारी दादी माँ को याद करते हैं.
मेसी ने साल 2005 में अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर की शुरुआत की. पहले मुकाबले में उन्हें सिर्फ एक मिनट बाद ही मैदान से बाहर जाना पड़ा था.
मेसी ने साल 2005 में अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर की शुरुआत की. पहले मुकाबले में उन्हें सिर्फ एक मिनट बाद ही मैदान से बाहर जाना पड़ा था.
पहले मैच में मेसी ने गलती से हंगरी के विलमोस वैंजक को कोहनी मारी, जिसके बाद उन्हें रेफरी ने फील्ड से बाहर का रास्ता दिखा दिया.
पहले मैच में मेसी ने गलती से हंगरी के विलमोस वैंजक को कोहनी मारी, जिसके बाद उन्हें रेफरी ने फील्ड से बाहर का रास्ता दिखा दिया.
मेसी को मात्र 11 साल की उम्र में ग्रोथ हार्मोन डेफिशिएंसी नामक बीमारी ने जकड लिया, जिसकी वजह से उनके शरीर का विकास रुक गया.
मेसी को मात्र 11 साल की उम्र में ग्रोथ हार्मोन डेफिशिएंसी नामक बीमारी ने जकड लिया, जिसकी वजह से उनके शरीर का विकास रुक गया.
मेसी ने फिर साल 2000 के बाद से फुटबॉल की दुनिया में कदम रख दिया, साल 2004, 2005 में लीग गोल स्कोर करने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने.
मेसी ने फिर साल 2000 के बाद से फुटबॉल की दुनिया में कदम रख दिया, साल 2004, 2005 में लीग गोल स्कोर करने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने.
मेसी को स्पेन की राष्ट्रीयता मिली हुई हैं, लेकिन उन्होंने स्पेन के बजाय अर्जेंटीना से अपने करियर की शुरुआत की.
मेसी को स्पेन की राष्ट्रीयता मिली हुई हैं, लेकिन उन्होंने स्पेन के बजाय अर्जेंटीना से अपने करियर की शुरुआत की.
वर्ष 2006 में मेसी वर्ल्ड कप खेलने वाले अर्जेंटीना के सबसे कम उम्र के फुटबॉल खिलाड़ी बने.
वर्ष 2006 में मेसी वर्ल्ड कप खेलने वाले अर्जेंटीना के सबसे कम उम्र के फुटबॉल खिलाड़ी बने.
इसके बाद उन्होंने 2008 के ओलम्पिक में अपनी टीम के लिए गोल्ड मेडल जीता, साल 2015 के गोल्डन समय में उन्होंने कुल 53 गोल किए थे, जो अपने एक बहुत बड़ा रिकॉर्ड है.
इसके बाद उन्होंने 2008 के ओलम्पिक में अपनी टीम के लिए गोल्ड मेडल जीता, साल 2015 के गोल्डन समय में उन्होंने कुल 53 गोल किए थे, जो अपने एक बहुत बड़ा रिकॉर्ड है.
मेसी की नेटवर्थ जानने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें.
मेसी की नेटवर्थ जानने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें.