साहित्य अकादमी पुरस्कार 2021 (Sahitya Akademi Award 2021)

साहित्य अकादमी पुरस्कार, जिन्हे मिलेगा, कितनी भाषाओं में मिला, साहित्य अकादमी पुरस्कार से जुड़े तथ्य ( Sahitya Akademi Award, Awardees, Languages, Important Points Related to Sahitya Akademi Award) 

हाल ही में साहित्य अकादमी पुरस्कार की घोषणा की गई है। इस पुरस्कार को बाईस भाषाओं में दिया जाता है जो कि संविधान में दी गई हैं। हालांकि अंग्रेजी और राजस्थानी भाषाओं को भी इस पुरस्कार ने मान्यता दी है। इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को इस बार हिंदी भाषा में दया प्रकाश सिंह को दिया जाएगा। इनके साथ ही अंग्रेजी भाषा में ये पुरस्कार नमिता गोखले को दिया जानेवाला है। तो आइए इस खबर के बारे में विस्तार से जानें। 

किन्हें मिलेगा वर्ष 2021 का साहित्य अकादमी पुरस्कार ( Sahitya Akademi Award Awardees 2021)

साहित्य अकादमी पुरस्कार 2021 की घोषणा से ये पता चला है कि लेखक दया प्रकाश सिन्हा को उनकी कृति सम्राट अशोक के लिए सम्मानित किया जाएगा। इनके अलावा अंग्रेजी भाषा के लिए नमिता गोखले को उनके नोवेल थिंग्स टू लीव बिहाइंड के लिए सम्मानित किया जाएगा। पंजाबी भाषा के लेखक खालिद हुसैन को सुलां दा सालण के लिए पुरस्कार मिलेगा। इस बार कुल मिला कर पांच कहानी संग्रह, दो उपन्यास, एक आत्मकथा, एक महाकाव्य, सात कविता संग्रह, दो नाटक, एक जीवन चरित्र पर आधारित पुस्तकों को सम्मानित किया जाएगा।

कितनी भाषाएं हुई शामिल (Languages Included)

हर साल साहित्य अकादमी पुरस्कार में चौबीस भारतीय भाषाओं को सम्मानित किया जाता है। अभी आए परिणामों में गुजराती, उर्दू, मैथिली, मणिपुरी भाषा से संबंधित परिणामों को घोषित नहीं किया गया है। तेलुगु भाषा के लिए गोराति वेंकन्ना को तेलुगु, अर्जुन चावला को सिंधी, मीठेश निर्मोही को राजस्थानी, विन्ध्येश्वरी प्रसाद मिश्र को संस्कृत, मोदाय गाहय को बोडो, संजीव वेरेंकार को कोंकणी के लिए सम्मानित किया जाएगा।

साहित्य अकादमी पुरस्कार से जुड़े तथ्य (Points related to Sahitya Akademi Award)

  • साहित्य अकादमी पुरस्कार को भारत सरकार द्वारा स्पॉन्सर किया जाता है।
  • साहित्य अकादमी पुरस्कार का पहला अवार्ड साल 1954 में दिया गया था।
  • भारत में दिया जानेवाला ये एक प्रतिष्ठित साहित्य सम्मान है।
  • सम्मानित की गई पुस्तकों का स्तर उच्च होता है।
  • इस सम्मान को प्राप्त करने के लिए लेखक का भारतीय होना अनिवार्य है।

और पढ़ें:

नमदा शिल्प

राज्यसभा में सांसदों का निलंबन

भारत गौरव ट्रेन

आईएनएस विशाखापत्तनम

 

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top