आरएसएस फीड क्या है, कैसे काम करता है (What is RSS Feed)

आरएसएस फीड क्या है, कैसे काम करता है, सब्सक्राइब कैसे करें, फुल फॉर्म  (What is RSS Feed in Hindi) (Meaning, Work, Subscribe, Full Form, Generator, Reader, Technology, Link, Url)

किसी चीज को सर्च करने के दरमियान जब हम किसी वेबसाइट या ब्लॉग पर पहुंचते हैं, तब हमें वहां पर अलग-अलग प्रकार के ऑप्शन दिखाई देते हैं। कई बार जब हम वेबसाइट के अथवा ब्लॉग के बिल्कुल नीचे आते हैं, तो वहां पर हमें आरएसएस फीड वाला एक ऑप्शन दिखाई देता है, जिसके बारे में लोगों को कुछ भी नहीं पता होता कि आखिर इस वाले ऑप्शन का इस्तेमाल क्या हो सकता है। आपको बता दें कि आरएसएस फीड बहुत ही काम की चीज होती है। इसके द्वारा आप अपने पसंदीदा ब्लॉग या वेबसाइट की दैनिक पोस्ट अथवा अपडेटेड पोस्ट को जल्दी से पढ़ सकते हैं, क्योंकि इसे सब्सक्राइब करने पर आपको अपने ईमेल आईडी पर सूचना मिलती है। आइए इस स्पेशल आर्टिकल में चर्चा करते हैं कि आरएसएस फीड क्या है और आरएसएस फीड कैसे काम करता है तथा आरएसएस फीड कैसे सब्सक्राइब करें।

What is RSS Feed in Hindi

आरएसएस फीड फुल फॉर्म (RSS Feed Full Form)

RSS का फुल फॉर्म REALLY SIMPLE SYNDICATION अर्थात रियली सिंपल सिंडिकेशन हैं जिसे वेबफिड का एक प्रकार कहा जाता है।

आरएसएस फीड क्या है (What is RSS Feed)

रियली सिंपल सिंडिकेशन के द्वारा इंटरनेट पर मौजूद किसी भी वेबसाइट के दैनिक तौर पर अपडेट को आप आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। यह अपडेट आपको अपनी ईमेल आईडी पर हासिल होते हैं। RSS` एडवाइजरी बोर्ड के द्वारा साल 1999 में 15 मार्च के दिन इसे लांच किया गया था। इसके लेटेस्ट वर्जन को साल 2009 में 30 मार्च के दिन लांच किया गया था। इंटरनेट पर किसी जानकारी को पाने के लिए जब हम कोई कीवर्ड सर्च करते हैं, तो सर्चिंग के बाद ऐसी कई वेबसाइट उपलब्ध हो जाती है, जिनमें हमारी जानकारी मौजूद होती है। जब हम अपनी जानकारी को किसी भी वेबसाइट पर पढते है और जानकारी को पढ़ने के बाद अगर हमें वह वेबसाइट पसंद आ जाती है तो हम चाहते हैं कि उस वेबसाइट पर जो भी अपडेट आगे हो, वह हमें हमारी ईमेल आईडी पर प्राप्त हो। ऐसी अवस्था में आरएसएस फीड बहुत ही काम का साबित होता है। अगर आप आरएसएस फीड को सब्सक्राइब कर लेते हैं तो उसके बाद संबंधित वेबसाइट के रेगुलर अपडेट आपको अपनी ईमेल आईडी पर प्राप्त होते हैं। आपके द्वारा R.S.S. फीड को सब्सक्राइब करने के दरमियान जो ईमेल आईडी दी जाती है, उसी पर आपको अपडेट हासिल होते रहते हैं। ब्लॉगिंग करने वाले लोगों के लिए यह बहुत ही फायदेमंद साबित होता है, क्योंकि जैसे ही वह अपनी वेबसाइट पर कोई भी पोस्ट करते हैं वैसे ही उसका नोटिफिकेशन आरएसएस फीड को सब्सक्राइब किए हुए व्यक्ति के पास चला जाता है, जिसकी वजह से वेबसाइट पोस्ट को ज्यादा विजिटर हासिल होते हैं।

RSS फीड कैसे काम करता है (How its Work)

इसे आप शब्दों पर आधारित सर्विस भी कह सकते हैं, जिसके द्वारा किसी भी वेबसाइट या फिर ब्लॉग पर जब कोई भी नई पोस्ट अपलोड की जाती है या फिर कोई भी पोस्ट को अपडेट किया जाता है तो उसे तुरंत ही देखा जा सकता है। दरअसल किसी यूजर के द्वारा किसी वेबसाइट के आरएसएस फीड को सब्सक्राइब करने के दरमियान एक ईमेल आईडी दी जाती है। यह वही ईमेल आईडी होती है, जिस पर यूजर संबंधित वेबसाइट की नई एक्टिविटी को प्राप्त करने की इच्छा रखता है। ऐसे में जैसे ही वेबसाइट अथवा ब्लॉग पर कोई भी नई पोस्ट अपलोड की जाती है। या फिर पुरानी पोस्ट को अपडेट किया जाता है, वैसे ही ऐसे लोगों के पास उसका नोटिफिकेशन चला जाता है जिन लोगों ने संबंधित वेबसाइट के आरएसएस फीड को सब्सक्राइब किया होता है। इसी प्रकार से R.S.S. फीड अपना काम करता है। इससे होता यह है कि वेबसाइट अथवा ब्लॉग पर विजिटर आते हैं, साथ ही व्यक्ति को अपने ईमेल आईडी पर काम की पोस्ट भी मिल जाती है।

RSS फीड के फायदे (RSS Feed Benefit)

  • इसकी वजह से किसी भी यूजर का वेब कंटेंट पर पूरा नियंत्रण रहता है। वह जब चाहे तब किसी भी वेबसाइट को सब्सक्राइब कर सकते हैं और जब चाहे तब अपनी इच्छा के अनुसार किसी भी वेबसाइट को अनसब्सक्राइब कर सकते हैं।
  • अगर आपके ब्लॉग अथवा वेबसाइट पर कम विजिटर आते हैं, तो इससे आपके विजिटर की संख्या में इजाफा होता है जिसकी वजह से अगर गूगल ऐडसेंस या फिर किसी भी एडवर्टाइजमेंट नेटवर्क का आप इस्तेमाल करते हैं तो आपकी इनकम भी ब्लॉग अथवा वेबसाइट से ज्यादा होती है।
  • आपके ब्लॉग या फिर वेबसाइट के सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन में भी यह काफी सहायक साबित होता है।
  • इसके द्वारा आप अपने विजिटर से कम्युनिकेट कर सकते हैं और अपने ब्लॉग का फैलाव भी अधिक से अधिक कर सकते हैं।
  • जब कोई भी विजिटर किसी भी वेबसाइट या फिर ब्लॉग को आरएसएस फीड के माध्यम से सब्सक्राइब करता है तो इस प्रोसेस में उसे अपनी कोई भी पर्सनल जानकारी को देने की बिल्कुल भी आवश्यकता नहीं होती है।
  • इसके द्वारा वेब कंटेंट को स्कैन करना ज्यादा मुश्किल नहीं होता है, उसे आसानी से स्कैन कर सकते हैं साथ ही इसकी वजह से आपको किसी भी वेबसाइट को बुकमार्क करने की भी आवश्यकता नहीं होती है।
  • अगर आप ब्रांड अवेयरनेस को बढ़ाना चाहते हैं तो आप इसका इस्तेमाल आसानी से कर सकते हैं। इसके अलावा आप अपनी इमानदारी रीडर को भी इसके द्वारा बढ़ा सकते हैं।
  • ईमेल मार्केटिंग की तुलना अगर इससे की जाए तो यह ईमेल मार्केटिंग से बहुत ही सरल होता है और ईमेल मार्केटिंग से कम खर्चे ही यह लेता है बल्कि इसमें खर्च बिल्कुल होता ही नहीं है।

RSS फीड का इस्तेमाल क्यों करें (Why RSS Feed is Used)

इसका इस्तेमाल करने से आपको बहुत सारे फायदे प्राप्त होते हैं। सिर्फ आपको ही नहीं बल्कि वेबसाइट या फिर ब्लॉग के मालिक को भी बहुत सारे फायदे इस सुविधा को देने से प्राप्त होते हैं। पहले हम जान लेते है कि आखिर एक विजिटर को इसके द्वारा कौन से फायदे प्राप्त होते हैं। अगर आप किसी वेबसाइट के कंटेंट के बारे में अपडेट रहना चाहते हैं तो आपको उस वेबसाइट के आरएसएस फीड को सब्सक्राइब कर देना होता है। ऐसा करने से वेबसाइट पर जो भी पोस्ट अपलोड होती है या फिर अपडेट होती है, तुरंत ही उसकी सूचना आपको अपनी ईमेल आईडी पर हासिल हो जाती है, जिसकी वजह से ईमेल आईडी पर आए हुए लिंक पर क्लिक करके आप डायरेक्ट वेबसाइट पर जा सकते हैं और वहां पर मौजूद पोस्ट को पढ़ सकते हैं। इससे आपको महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हो जाती है, वहीं दूसरी तरफ वेबसाइट या फिर ब्लॉग के मालिक को इसके द्वारा अपनी वेबसाइट पर ज्यादा विजिटर लाने में सफलता मिलती है। जिससे एडवर्टाइजमेंट नेटवर्क से उनकी इनकम ज्यादा होती है और उनके ब्लॉग का ट्रैफिक भी बढ़ता है, जिससे अलेक्सा रैंकिंग में भी बढ़ोतरी होती है और गूगल पर उनकी पोस्ट पहले पेज पर आने में सफल होती है।

RSS फीड का निर्माण किसने किया (RSS Feed Invention)

देखा जाए तो साल 1999 में अमेरिका की इंटरनेट सर्विस देने वाली कंपनी नेटस्कैप कम्युनिकेशन कॉरपोरेशन के द्वारा MyNetscape के नाम के ऑनलाइन पोर्टल के लिए इस्तेमाल करने हेतु इसका निर्माण किया गया था। हालांकि बाद में नेटस्कैप के द्वारा इसे छोड़ दिया गया था, उसके पश्चात सॉफ्टवेयर का निर्माण करने वाली कंपनी यूजरलैंड ने इसके डेवलपमेंट पर काम किया। हालांकि इसे जारी करने का काम साल 1999 में आर एस एस एडवाइजरी बोर्ड के द्वारा किया गया था। यह जानकारी विकिपीडिया पर भी उपलब्ध है।

RSS फीड सब्सक्राइब कैसे करें (How to Subscribe RSS Feed)

इसे सब्सक्राइब करने के लिए सबसे पहले आपको इस बात को चेक करने की आवश्यकता है कि आप जिस ब्लॉग के आरएसएस फीड को सब्सक्राइब करना चाहते हैं वह ब्लॉग इसका इस्तेमाल करता है या नहीं, क्योंकि वर्तमान के समय में कुछ लोग इसका इस्तेमाल करते हैं और कुछ ब्लॉग इसकी जगह पर ईमेल सब्सक्राइब या फिर पुश नोटिफिकेशन का इस्तेमाल करते हैं। अगर किसी ब्लॉग के द्वारा इसका इस्तेमाल किया जा रहा होगा तो वहां पर आपको इसका आइकन नारंगी रंग में दिखाई देगा, जिसके द्वारा आप यह जान सकते हैं कि वही r.s.s. फीड का आइकन है। अगर यह आइकन वहां पर उपलब्ध है तो आपको उसके ऊपर क्लिक करना है। ऐसा करने पर आप उस ब्लॉग की फीड पर चले जाते हैं, जहां पर आपको सब्सक्राइब नाउ वाला ऑप्शन मिलता है और उसी के नीचे एक ईमेल आईडी डालने वाला ऑप्शन मिलता है, वहां पर आपको अपनी ईमेल आईडी डाल देनी है और सब्सक्राइब नाउ वाले ऑप्शन पर क्लिक कर देना है। ऐसा करने से आरएसएस फीड सब्सक्राइब हो जाती है।

RSS फीड के नुकसान (RSS Feed Disadvantages)

अगर आपका ब्लॉग या वेबसाइट सफल हो गई है तो कुछ चालाक लोग आपके ब्लॉग अथवा वेबसाइट के फीड को सब्सक्राइब कर लेते हैं। ऐसा करने से आप की नई पोस्ट उन्हें मिलती है और वह तुरंत ही आपकी ही पोस्ट में फेरबदल करके उसे अपने ब्लॉग पर पब्लिश करने का काम करते हैं। यानी कि इसके द्वारा आपके पोस्ट के चोरी होने की संभावना ज्यादा होती है। इससे होता यह है कि सामने वाले ब्लॉग के मालिक को बहुत ही कम मेहनत करनी होती है और वह आपके ही ब्लॉग के पोस्ट के आईडिया से नया कंटेंट उसी टॉपिक पर जनरेट कर लेते हैं। इसके अलावा इसका दूसरा नुकसान यह है कि आप इसमें आसानी से अपने सब्सक्राइबर को ट्रैक नहीं कर पाते हैं।

ब्लॉग में आरएसएस फीड ऐड कैसे करें (How to Add RSS Feed in Blog)

ब्लॉग में आरएसएस फीड ऐड करने की प्रोसेस निम्नानुसार है।

  • सबसे पहले आपको मोबाइल में डाटा कनेक्शन चालू करना है और उसके बाद किसी भी ब्राउज़र को ओपन करके उसके सर्च बॉक्स पर क्लिक करके आपको गूगल फीड बर्नर लिखकर सर्च करना है और इस वेबसाइट को ओपन कर लेना है। इस वेबसाइट को ओपन करने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें।
  • वेबसाइट पर जाने के बाद आपको Burn a feed right this instant जैसा बॉक्स दिखाई देगा। आपको इसी बॉक्स में अपने ब्लॉग के यूआरएल को इंटर करना है और उसके बाद नेक्स्ट बटन को दबाना है।
  • इसके बाद आपको निश्चित जगह में अपने फीड का टाइटल और एड्रेस दर्ज करना है। टाइटल में आप अपने ब्लॉग का नाम डाल सकते हैं और एड्रेस में भी आप अपने ब्लॉग के नाम को इंटर कर सकते हैं। इसके बाद आपको फिर से नेक्स्ट बटन दबाना है।
  • अब आपको फिर से दो बार नेक्स्ट बटन पर क्लिक करना है। इतनी प्रक्रिया करने के बाद आपकी r.s.s. फीड बनकर तैयार हो जाती है और उसके नीचे ही आपको आईकन मिलता है, जिस पर क्लिक करके आप फीड के यूआरएल को कॉपी कर सकते हैं।
  • RSS फीड का निर्माण करने के बाद आपको अपने ब्लॉग के साइड बार या फिर फूटर में विजेट के तौर पर इसे ऐड कर देना है‌। उपरोक्त प्रक्रिया का पालन करने के बाद आपका काम हो जाता है।

RSS फीड कैसे ढूंढे (How to Search RSS Feed)

इसे ढूंढने के लिए आपको किसी भी ब्राउज़र को ओपन करना है और उसके बाद आपको उस वेबसाइट अथवा ब्लॉग का यूआरएल एंटर करना है जिसका फीड आप जानना चाहते हैं। यूआरएल इंटर करने के बाद सर्च कर दें। अब ब्लॉग ओपन करने के बाद आपको उस कैटेगरी को ओपन करना है जिस कैटिगरी का आरएसएस फीड आप जानना चाहते हैं। अब आपको स्क्रीन पर किसी भी खाली जगह पर माउस की सहायता से राइट क्लिक करना है। ऐसा करने पर आपको इंस्पेक्ट एलिमेंट वाला ऑप्शन मिलेगा। इसी ऑप्शन पर क्लिक करें। अब आपकी स्क्रीन पर संबंधित ब्लॉग का एक्स एमएल कोड ओपन हो जाएगा। अब आप को Ctrl+f बटन को एक साथ दबाना है और उसके बाद r.s.s. लिखकर एंटर बटन को दबाना है। ऐसा करने से आपको आरएसएस फीड मिल जाएगा, जिसे आप कॉपी करके उसका इस्तेमाल कर सकते हैं।

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FAQ

Q : Spotify पर RSS फ़ीड क्या है?

Ans : स्पॉटिफाई पर यह वह फाइल होती है, जिसमें आपके पॉडकास्ट की सभी इंफॉर्मेशन अवेलेबल होती है।

Q : आरएसएस रीडर क्या है और यह कैसे काम करता है?

Ans : आरएसएस फीड को जिस डिवाइस के द्वारा पढ़ा जाता है, उसे r.s.s. रीडर कहा जाता है।

Q : RSS फ़ीड पता कैसा दिखता है?

Ans : सामान्य तौर पर यह www.websitename.com/feed/” जैसा दिखाई देता है।

Q : आरएसएस फ़ीड का उद्देश्य क्या है?

Ans : यह वेबसाइट और ब्लॉग के मालिक को अपनी वेबसाइट की नई पोस्ट अथवा अपडेटेड पोस्ट को विजिटर के पास पहुंचाने की सुविधा देता है।

Q : आरएसएस फ़ीड का फाइल एक्सटेंशन क्या होता है?

Ans : इसका एक्सटेंशन rss, .xml होता है।

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