करेले के फायदे, जूस, बीज, आचार विधि एवं नुकसान (Bitter Gourd Meaning, Benefits, Juice, Plant, Recipe, Seeds, Nutrition and Side Effects in Hindi)
भोजन और उचित खानपान हमारे शरीर को स्वस्थ और दुरुस्त बनाए रखने के लिए बेहद आवश्यक होता है। हमें हरी सब्जियों और अलग अलग प्रकार की दाल खाने से उचित पोषण मिलता है। हरी सब्जियों में करेले का नाम सबसे पहले आता है क्योंकि यह हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण तत्वों को हम तक पहुंचाता है। आइए हम आपको करेले के बारे में और भी जरूरी बातें बताते है।
करेला कब और कैसे होता है? (When and How Does Bitter Gourd?)
करेला बेल पर उगता है। यह स्वाद में कड़वा होने के बाद भी, इसको लोग इसके पोषक तत्वों के कारण खाना बहुत पसंद करते है। इसको खाने से मधुमेह, बवासीर जैसे रोगों में अत्यंत लाभ मिलता है। करेले की फसल मुख्य रूप से मार्च के महीने में सब्जी मंडियों में उपलब्ध होने लगती है। वैसे तो आजकल किसी भी फल या सब्जी का कोई निश्चित मौसम नहीं रह गया है. 12 महीने ही आपको कोई भी सब्जी कहीं भी उपलब्ध हो जाती है। यह एक ऐसी सब्जी है जो अपने गुणों को लेकर प्रसिद्ध नहीं बल्कि अपने स्वाद को लेकर निंदित है। सब्जी के साथ साथ यह दवाई का भी काम करती है। करेले की तासीर अत्यधिक गरम/ठंडी होती है इसलिए हमें थोड़ी मात्रा में इसका प्रयोग करना चाहिए।
करेले के स्वास्थ्य के लिए लाभ (Bitter Gourd Benefits for Health)
- मधुमेह रोग में :- मधुमेह रोग आदमी के लिए एक जहर के सामान है। जो आदमी को धीरे धीरे अंदर से खाली कर देता है। इस रोग पर जल्द से जल्द पकड़ पाने के लिए करेले का सेवन अति उत्तम है। करेले का कड़वापन मधुमेह रोग को मिटाने के लिए अति उत्तम है। मधुमेह रोगी को रोज़ थोड़ा बहुत करेले का रस या करेले की बनी कोई ना कोई चीज़ ज़रूर खानी चाहिए।
- खून की कमी करता है दूर :- करेला एक ऐसी सब्जी है जो दिखने में हरा होता है और खाने में कड़वा, परंतु यह मनुष्य के शरीर में खून की कमी को दूर करने में बहुत सहायक सिद्ध होता है। आज के समय में बढ़ती व्यस्तता और अनियमित भोजन की वजह से हीमोग्लोबिन की समस्या प्रत्येक मनुष्य में पाई जाती है। परंतु यदि दिन में एक बार करेले की सब्जी खायें या फिर करेले का जूस पिया जाए तो आपके शरीर की हीमोग्लोबिन की समस्या जड़ से खत्म हो सकती है।
- कैंसर का करता है इलाज :- मानव शरीर में आज बहुत सी ऐसी बीमारियां लग रही है जिनका कोई भी इलाज मुमकिन नहीं है। ऐसी ही एक बीमारी कैंसर है जिसका इलाज संभव नहीं है यदि वह आखिरी स्टेज पर हो तो वह मनुष्य बच नहीं पाता है। यदि आरंभिक लक्षणों में ही इस बीमारी को भांप लिया जाए तो करेले का सेवन इस बीमारी को जड़ से खत्म कर सकता है। करेले का जूस बेहद लाभदायक होता है जो कैंसर जैसी बीमारी में मरीज को जल्द ठीक करने में सहायक होता है। साथ ही यदि इसके गूदे को निकालकर पानी में उबालकर जूस पिया जाए तो वह भी आपकी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
- पथरी को करता है दूर :- जंग फूड के सेवन से आज के समय में प्रत्येक इंसान के शरीर में पथरी जैसी समस्या उत्पन्न होने लगी है। जिसको दूर करने के लिए लोग ऑपरेशन कराते हैं या फिर दवाइयां लेते हैं। परंतु करेला एक ऐसी सब्जी है जो आपके शरीर से पथरी को भी आसानी से निकाल देती है। यदि कोई पथरी का मरीज नियमित रूप से करेले की सब्जी या करेले के जूस का सेवन करें, ऐसे में पथरी वाले मरीज के शरीर में से आसानी से यूरिन के जरिए पथरी बाहर आ जाती है। 20 ग्राम करेले के साथ शहद का रस मिलाकर लेने से भी यह पथरी को आपके शरीर से आसानी से यूरिन के रास्ते निकाल देता है।
- पाचन क्रिया बनाने में सक्षम :- करेला मनुष्य के शरीर में पाचन शक्ति को बढ़ाने और साथ ही अधिक भूख लगने के काम भी आता है। यदि नियमित रूप से भोजन के साथ करेले की सब्जी या करेले के जूस का सेवन किया जाए तो वह आपकी पाचन शक्ति को बढ़ाकर आपकी भूख को कई मायने में बढ़ा सकता है।
करेला बालों के लिए है लाभदायक (Bitter Gourd Advantage for Hair Problem)
आज के समय में बालों की समस्या आम हो गई है चाहे वह स्त्री हो या पुरुष सभी बालों की समस्या को लेकर बेहद परेशान रहते हैं। बाल गिरने की समस्या हो या फिर दो मुहे बाल की, बालों में डैंड्रफ की परेशानी हो या फिर बाल खराब होने की। ऐसी बहुत सी परेशानियां है जिनसे अपने बालों को लेकर प्रत्येक इंसान जूझ रहा है। ऐसे में हर कोई यही चाहता है कि उसके बाल सुंदर और घने हो जाए। जिसके लिए लोग अलग अलग जड़ी बूटियों और दवाइयों आदि का सेवन करते हैं जिनके साइड इफेक्ट की वजह से उनके बाल और ज्यादा खराब हो जाते हैं। परंतु एक प्राकृतिक नुस्खा जो प्रत्येक प्रकार के बालों के लिए अचूक उपाय है। वह है करेला जो आपके बालों के लिए बहुत लाभदायक सिद्ध हो सकता है। आइए जानते हैं बालों के लिए करेले का सही इस्तेमाल कैसे होता है.
- यदि आप अपने बालों में शाइन लाना चाहते हैं तो इसके लिए आप करेले के रस को दही में मिलाकर अपने बालों पर लगाएं। दही और करेले के इस पेस्ट से बालों में अच्छी तरह से मसाज करें। फिर उसे कुछ समय के लिए ऐसे ही छोड़ दें और फिर उसे साफ पानी से साफ कर लें। बालों को खूबसूरत और चमकदार बनाने के लिए करेला बहुत लाभदायक होता है।
- यदि आपके बाल दो मुंहे हैं तो कच्चे करेले के रस को लेकर बालों में तेल की तरह लगा लें और बाद में कंघी करें। हफ्ते में दो बार ऐसा करने से आपके बाल बिल्कुल ठीक हो जाएंगे वह बिल्कुल भी दो मुंहे नहीं रहेंगे।
- करेला एक ऐसी सब्जी है जो आपके बालों में हुई रूसी से भी आपको छुटकारा दिला सकती है। रूसी से हमारा तात्पर्य डैंड्रफ से है यदि आपके बालों में बहुत ज्यादा डैंड्रफ हो गया है तो करेले के जूस से बालों में मसाज करने से बालों का डैंड्रफ दूर हो जाता है। मात्र 5 से 7 मिनट तक यदि आप करेले का रस से अपने बालों में मसाज करेंगे और उसके बाद साफ पानी से धो लेते हैं तो आपके बालों से हमेशा के लिए डैंड्रफ खत्म हो जाएगा।
- अक्सर ऐसा होता है कि सिर में बेहद खुजली होने लगती है जिसकी वजह से आप परेशान रहते हैं तो ऐसे में आप करेले के जूस के साथ एवोकाडो मिलाकर अपने सिर में पैक की तरह लगा सकते हैं। एक केले और करेले के जूस को मिलाकर पैक की तरह खोपड़ी में लगाने से भी आपके सिर की खुजली दूर हो जाती है।
- यदि आपके बाल बिल्कुल रूखे हैं तो अपने बालों का रूखापन दूर करने के लिए एक कप करेले का जूस लेकर उसे सिर पर 15 मिनट तक लगाएं इससे आपके बाल पूरी तरह से मुलायम हो जाएंगे।
- उम्र से पहले ही सफेद बाल होना ऐसी समस्या से आज के समय में कई लोग परेशान हो रहे हैं। और वे इस समस्या को दूर करने के लिए बहुत से तरीके अपनाते हैं जिनके साइड इफेक्ट की वजह से उनके बाल और ज्यादा सफेद हो जाते हैं। यदि आपके साथ भी यही समस्या है तो आप एक करेले के गाड़े जूस को 10 दिन लगातार अपने बालों में लगाएं जिससे आप बालों की सफेदी से छुटकारा पा सकते हैं।
- अधिक मात्रा में बाल झड़ने की वजह से सिर में गंजापन आने लगता है। यदि आपके भी अधिक मात्रा में बाल झड़ते हैं तो इससे छुटकारा पाने के लिए करेले के रस के साथ चीनी मिलाकर बालों में लगायें. नियमित रूप से ऐसा करने से आपका हेयर फॉल बिल्कुल खत्म हो सकता है।
त्वचा के लिए करेले के फायदे (Bitter Gourd Best for Skin Problem)
- दमकती त्वचा :– हर कोई अपने लिए दमकती त्वचा की इच्छा रखता है। परंतु आज के समय में खाने पीने की वजह से ऐसा नहीं हो पाता है। जी हां आहार हमारी त्वचा पर बहुत से साइड इफेक्ट छोड़ देता है जिसके बारे में हमें अंदाजा तक नहीं होता है। यदि आप दमकती त्वचा प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको नियमित रूप से करेले का सेवन करना होगा। करेले में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट तत्व, विटामिन ए और विटामिन सी हमारे शरीर के विषाक्त प्रमाणों को खत्म कर देते हैं, जिससे हमारा रक्त साफ हो जाता है और दाग धब्बे जैसी परेशानियों से हम निजात पाते हैं। दमकती त्वचा पाने के लिए नियमित रूप से करेले का सेवन आपकी त्वचा की कई बीमारियां दूर कर देता है।
- मुंहासों का इलाज :- करेला एक कड़वी सब्जी है परंतु अपने कड़वेपन से यह हमारी त्वचा से जुड़ी कई परेशानियों को दूर करता है। यह सोरायसिस, खुजली, दाद, और अन्य फंगल संक्रमण जैसे रक्त विकारों का इलाज करने में सहायक होता है।
- खुजली को करता है ठीक :- हमारे रक्त में कुछ ऐसे विषाणु होते हैं जिनकी वजह से हमारे शरीर में खुजली होने लगती है। करेले का सेवन ऐसे विषाक्त रोगाणुओं का नाश करते हैं और हमें खुजली से मुक्त करते हैं।
करेले के उपयोग (Uses of Bitter Gourd)
मानव शरीर के लिए यह कड़वा करेला अमृत का काम करता है, जो मानव शरीर से बहुत सी बीमारियों को जड़ से निकाल सकता है। वैसे तो करेले को कई प्रकार से उपयोग किया जा सकता है। जैसा कि हम आपको बता चुके हैं कि करेले को जूस की तरह, सब्जी की तरह और दवाइयों की तरह भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा इसे निम्न प्रकार से भी उपयोग किया जा सकता है –
- करेले की सब्जी के साथ साथ करेले की फसल की पत्तियां भी बेहद गुणकारी होती हैं। यदि किसी व्यक्ति के कान में बेहद पीड़ा हो रही है तो वह करेले की पत्तियों को पीसकर उसके रस की चार चार बूंदे कानों में डाल ले तो उसका कान का दर्द बिल्कुल गायब हो जाएगा।
- यदि आपके शरीर में कोई घाव या फोड़ा हो गया है तो उस घाव या फोड़े पर करेले की जड़ को लगाने से वह घाव और फोड़ा जड़ से खत्म हो जाता है। करेले की जड़ को ढूंढ पाना बेहद मुश्किल काम होता है, यदि आपको करेले की जड़ कहीं से प्राप्त नहीं होती है तो करेले के पत्तों का पेस्ट बना लें और फिर उसको घाव पर लगाकर उसके ऊपर से एक पट्टी बांध ले। उससे भी आप अपनी चोट या घाव को आराम पहुंचा सकते हैं।
करेले से होने वाले नुकसान (Disadvantage of Bitter Gourd)
करेले के उपयोग से तो आप भली-भांति परिचित हो चुके हैं परंतु अब हम आपको बताने वाले हैं करेले से होने वाली हानियों के बारे में। करेले के उपयोग जानने के बाद आपको उनकी हानियों के बारे में जानना भी बेहद आवश्यक है क्योंकि यदि करीला आपको फायदा पहुंचा सकता है तो नुकसान भी दे सकता है।
- गर्भावस्था में होता है नुकसान दायक :- यदि कोई गर्भवती महिला गर्भ के समय करेले के जूस का अधिक सेवन करती है तो ऐसे में उसके गर्भ पर उसका बुरा प्रभाव पड़ता है। करेले में एक मेमो केयर इन नामक तत्व होता है जो गर्भाशय से रक्तस्राव को बढ़ा सकता है। करेले का जूस गर्भ के समय पीना बेहद हानिकारक होता है। साथ ही गर्भवती महिला में बनने वाले नवजात शिशु के लिए दूध में भी रुकावट पैदा कर सकता है। उस तत्व का नाम लेक्टोनलन तत्व है, जो करेले में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध होता है।
- फर्टिलिटी पर डालता है प्रभाव :- एक अध्ययन के बाद यह बात सामने आई है कि जो पुरुष और महिला अपने जीवन में संतान प्राप्ति की इच्छा रखते हैं यदि वे अधिक मात्रा में करेले के जूस का सेवन करते हैं तो उनमें फर्टिलिटी की समस्या कई मात्रा में बढ़ जाती है। फर्टिलिटी के बारे में जानने के लिए विशेषज्ञों ने करेले में मौजूद तत्व Map30 का उपयोग कुत्तों पर किया है। जिसके बाद शोधकर्ताओं ने यही बताया है कि यह प्रजनन क्षमता को घटा देता है।
- लीवर और किडनी से पीड़ित मरीजों के लिए है नुकसान दायक :- करेले का अधिक सेवन लीवर और किडनी वाले मरीजों के लिए भी बिलकुल भी फायदेमंद नही होता है। इसका अधिक सेवन लीवर पीड़ित मरीज में एंजॉय मस का प्रभाव बहुत अधिक बढ़ा देता है जिसकी वजह से लीवर में समस्याएं बढ़ जाती हैं। करेले का जो बीज होता है उसमे एक तरह का लेक्टिन नामक तत्व मौजूद होता है जोकि आंतो तक प्रोटीन के संचार में समस्या पैदा करता है।
- हेमोलाइटिक अनिमिया :- करेले का अधिक सेवन हेमोलाइटिक अनिमिया जैसी बीमारी मनुष्य के शरीर में उत्पन्न करता है। जिसकी वजह से मनुष्य के शरीर में सिर दर्द, पेट दर्द, बुखार, और कोमा जैसी समस्याएं उत्पन्न करता है।
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