शतरंज खेल कैसे खेले, नियम, निबंध, तरीका, फायदे, जानकारी (Chess Game Rules,Tricks, Procedure, Online, App, in Hindi)
शतरंज खेल का नाम तो आप सभी ने सुना ही होगा तो इसी शतरंज खेल का अंग्रेजी नाम चैस होता है. सबसे पहले आपको यह जान लेना जरूरी है कि शतरंज कहते किसे है. दो खिलाड़ियों के बीच खेला जाने वाला यह एक बौद्धिक एवं मनोरंजनात्मक खेल है जिसे 64 काले और सफेद वर्गों के साथ एक बोर्ड पर खेला जाता है. जिसमें प्रत्येक खिलाड़ी को 16 टुकड़े यानी कि 16 मोहरें दी जाती है, और इसे सैद्धांतिक नियमों के तहत खेला जाता है ना कि मन मुताबिक.
शतरंज खेल काफी पुराना है अगर देखा जाए तो इसे पांचवी छठी शताब्दी में बनाया गया था और आज भी यह पहले जितना ही पॉपुलर खेल है. आपने टीवी पर फिल्मों में या फिर कहीं ना कहीं शतरंज खेल को लोगों में खेलते हुए देखा होगा और यह खेल काफी लंबा भी चलता है. ऐसे में आपने भी सोचा होगा और आपका भी मन हुआ होगा कि क्यों ना हम भी शतरंज खेल को एक बार खेल कर देखें. लेकिन इसके कानून कायदे नियम और खेलने की रणनीति ना पता होने के कारण हम इस खेल को खेल पाने में इतना उत्साह नहीं ले पाते हैं. तो इसी को देखते हुए आज हम आपके लिए शतरंज खेल की पूरी जानकारी उसके नियम और उसे किस प्रकार खेला जाता है लेकर आए हैं तो चलिए जानते हैं इसके बारे में पूरी जानकारी-
शतरंज खेल खेलने का तरीका (How to Play Chess Game)
शतरंज का खेल खेलने के लिए आपको निम्न बिन्दुओं पर ध्यान देना होगा.
1. शतरंज के चेस बोर्ड की स्थापना करें –
सबसे पहले आपको शतरंज का जो चैस बोर्ड होता है उसे सही की ढंग से तैयार करना पड़ता है. आप उसको इस तरीके से तैयार करें ताकि दोनों खिलाड़ियों के दाहिने हाथ में सफेद रंग का 1 वर्ग उपस्थित हो. अब आपको चेस बोर्ड पर सभी मोहरों को अच्छे से उनकी जगह पर रखना होगा. चेस बोर्ड की दूसरी पंक्ति में केवल प्यादे आएंगे और उसके बाद बदमाश को खानों में रखा जाता है. उसके बाद बगल में शूरवीर आते हैं फिर बाकी सब और सबसे अंत में आती है हमारी रानी जो हमेशा अपने रंग से मेल खाती हैं जैसे कि सफेद रानी पर सफेद रानी काली रानी पर काली रानी आएगी. इन सब के अंत में खाली स्थान पर हमारा राजा स्थानांतरित होगा. इस प्रकार आपको दोनों खिलाड़ियों के लिए बराबर संख्या में सही वर्ग में सही स्थान पर एक एक मोहर को स्थानांतरित करना होगा.
2. सभी मोहरों की चाल चलने के लिए नियम –
इस खेल में उपयोग होने वाली सभी मोहरों की चालें अलग – अलग होती हैं. इसके नियम इस प्रकार हैं –
- राजा – अगर देखा जाए तो आमतौर पर राजा को हमेशा रानी से ताकतवर और महत्वपूर्ण माना जाता है लेकिन शतरंज के खेल में राजा थोड़ा कमजोर होता है. यानी कि राजा केवल अपनी दिशा में एक वर्ग को बढ़ सकता है. इसके अलावा राजा कभी भी अन्य दिशा में आगे नहीं बढ़ सकता जैसे कि ऊपर, नीचे, दाएं, बाएं. ऐसे में अगर राजा पर किसी दूसरी मोहर द्वारा हमला किया जाता है, तो उसे चेक कहते हैं इस प्रकार आप राजा मोहर को चल सकते हैं.
- रानी – शतरंज के मैदान में सबसे महत्वपूर्ण मोहर होती है रानी क्योंकि वह किसी भी दिशा में सीधे आगे बढ़ सकती हैं आगे पीछे ऊपर नीचे दाएं बाएं सभी दिशाओं में. इसके अलावा सफेद रानी हमेशा काली रानी को कैद कर दी हैं और फिर काले राजा को अपनी जगह बदलने के लिए मजबूर करती हैं. रानी द्वारा अगर सामने वाले खिलाड़ी के किसी भी मोहर पर हमला किया जाता है तो सामने वाली मोहर के सभी कदम खत्म हो जाते हैं और उसे मैदान से बाहर कर दिया जाता है.
- बिशप यानि ऊंट – बिशप यानि ऊंट की हमेशा शतरंज के खेल में तिरछी चाल होती है यानी कि वह ना ही सीधे आगे जा सकती और ना ही सीधे पीछे वह हमेशा तिरछी लाइन में अपनी चाल चलती हैं. बिशप को भी आप हमेशा साथ में रखें क्योंकि साथ में रहने पर यह एक दूसरे को कवर करते है.
- हाथी – शतरंज के खेल में सबसे शक्तिशाली मोहर होती हैं हाथी. यहां अपनी मर्जी मुताबिक जितना चाहे उतनी दूरी तक चल सकती हैं. एक बात का हमेशा ध्यान रखें हाथी हमेशा साथ में काम करते हैं और जब भी किसी पर हमला करना हो तो हमेशा अपने हाथियों को साथ में रखकर ही अपनी चाल चले.
- प्यादा – प्यादा हमेशा एक अलग चाल लेकर चलता है और वह हमला किसी सामने वाले प्रतिद्वंदी मोहर पर तिरछी दिशा में करता है. यानी कि सीधे शब्दों में कहा जाए तो प्यादा चलता सीधा है, लेकिन हमला तिरछा करता है. प्यादे की सबसे बड़ी कमजोरी यह है कि वह केवल आगे की तरफ मार सकता है ना ही पीछे मार पाएगा और ना ही आगे मार पाएगा. इसके अलावा अगर प्यादे के जस्ट सामने अगर कोई प्रतिद्वंदी मोहर हैं तो फिर ज्यादा अपनी चाल नहीं चल पाएगा उसे उसी जगह पर रुकना पड़ेगा.
- नाइट यानि घोड़ा – घोड़ा जोकि शतरंज के खेल में सबसे मुश्किल से और काफी सावधानी पूर्वक खेला जाता है. घोड़े की सभी जान इस प्रकार होनी चाहिए कि दो खाने एक दिशा में सीधा चलने के बाद एक खाना 90 डिग्री के कोण पर बिल्कुल ढाई कदम की तरह होता है. आप यह जानकर हैरान होंगे कि घोड़ा ही केवल ऐसा अकेला मोहर है जो दूसरे मोहरों के ऊपर से चल सकता है बाकी ऐसे कोई मोहर नहीं है जो ऐसा कर सकती हैं घोड़े के अलावा.
3. शतरंज में प्रतिद्वंदी को मात कैसे दें –
हमने आपको पहले ऊपर बताया था कि राजा शतरंज के मैदान में काफी कमजोर मोहर होता है. ऐसे में जब प्रतिद्वंदी मोहर के द्वारा उस पर चेक किया जाता है तो राजा अपने स्थान से बाहर नहीं निकल सकता. अगर आप अपने राजा को चेक वाली स्थिति से बाहर निकालना चाहते हैं तो उसको आप या तो किसी दूसरे मोहर के साथ चेक को ब्लॉक करें या फिर राजा पर हमला करने वाले मोहर पर कब्जा कर ले. इस प्रकार आप राजा को चेक वाली स्थिति से बाहर निकाल सकते हैं, अन्यथा आपका राजा चेक की स्थिति में आने के बाद आप समझिए आप शतरंज का यह खेल हार चुके हैं. अगर आप ऐसा आपके सामने वाले प्रतिद्वंदी राजा के साथ करते हैं, तो आप समझिये आप शतरंज का यह खेल बड़ी आसानी से जीत चुके हैं.
4. शतरंज की सभी मोहरों के अंक –
शतरंज की सभी मोहरे अपना अलग-अलग मूल्य लेकर चलती हैं और सभी के निश्चित अंक होते हैं इसी से हार और जीत का निर्णय लिया जाता है. शतरंज में अगर मूल्यवान मोहर की बात करें तो राजा सबसे मूल्यवान मोहर होती हैं भले ही वह खेल के मैदान में कमजोर साबित हो. इसके अलावा सभी मोहर के अंक नीचे दिए गए हैं –
- प्यादा – 1 पॉइंट
- एक घोडा – 3 पॉइंट
- एक ऊँट – 3 पॉइंट
- एक हाथी – 5 पॉइंट
- एक रानी – 9 पॉइंट
- राजा असीम रूप से मूल्यवान होता है
5. शतरंज खेल के अन्य फॉर्मेट और उनके नियम –
शतरंज केवल एक ही नहीं है बल्कि इस खेल में भी कई सारे छोटे-छोटे और अपने अलग-अलग नियमों के साथ अपने खेल होते हैं. ज्यादातर लोग निम्न प्रकार के शतरंज के प्रारूप को खेलना पसंद करते हैं. तो चलिए जानते हैं शतरंज के इन खेल प्रारूपों के बारे में –
- शतरंज 960 डिग्री – शतरंज के इस 960 डिग्री वाले खेल को सबसे ज्यादा खेला जाता है. इसमें सभी मोहरे अपनी प्रारंभिक स्थिति में रखी जाती हैं और इसके बाद वाली सभी मोहरों को यादृच्छिक रूप से अपनी अपनी स्थिति पर रखा जाता है.
- पहाड़ी का राजा – यह शतरंज में सबसे अनोखा खेल माना जाता है क्योंकि इसमें पूरे खेल में केवल एक ही लक्ष्य रहता है कि इसमें अपने राजा को पहाड़ी से ऊपर ले जाना होता है. जो प्रतिद्वंदी अपने राजा को सबसे पहले पहाड़ी से ऊपर ले जाता है वही इस खेल का विजेता घोषित कर दिया जाता है.
- बिग हाउस – शतरंज के इस प्रारूप को हमेशा दो जोड़ों में खेला जाता है ना कि अकेले. यानी कि इसमें एक खिलाड़ी प्रतिद्वंदी से एक मोहर लेता है तो यह मोहर और उसके साथियों को भी मिल जाता है. यह खेल शतरंज में थोड़ा मुश्किल माना जाता है, लेकिन एक बार सीखने के बाद यह काफी आसान लगने लगता है.
- क्रेजी हाउस – जैसा कि इस खेल का नाम है क्रेजी हाउस ठीक वैसे ही यह शतरंज का सबसे मजेदार और मनोरंजन वाला प्रारूप माना जाता है. इस खेल को इस प्रकार खेला जाता है कि अगर मैं सामने वाले प्रतिद्वंदी से एक काली मोहर लेता हूं तो वह काली मोहर सफेद मैहर में बदल जाएगी जिसे मैं अपनी मोहर के रूप में चल सकता हूं अपने प्रतिद्वंदी के खिलाफ. इससे दोनों खिलाड़ियों के बीच इस खेल का रोमांच और भी ज्यादा बढ़ जाता है.
- चेक – इस प्रारूप में, पहला खिलाड़ी जो प्रतिद्वंद्वी के राजा को तीन बार जांचता है. यानी कि साफ शब्दों में कहा जाए तो अगर आप अपने प्रतिद्वंदी खिलाड़ी के राजा को 3 बार चेक करते हैं तो समझ लीजिये आप इस खेल को जीत चुके हैं.
अतः इस प्रकार इन सभी नियमों को जानने के बाद आप शतरंज के खेल को खेल सकते हैं. इसके अलावा आप एक शतरंज में माहिर खिलाड़ी बनना चाहते हैं तो सबसे जरूर बात यह है कि आपको ज्यादा से ज्यादा अभ्यास करना होगा. आप अपने दोस्तों या फिर सहेली के साथ जितने ज्यादा शतरंज के मैच खेलेंगे उतना ही ज्यादा आपको अनुभव होगा और अनुभव से यह खेल आपको धीरे-धीरे समझ में आने लगेगा. एक समय ऐसा आएगा जब आप इस खेल के माहिर खिलाड़ियों में से एक होंगे.
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