आईएनएस विशाखापट्टनम क्या है, खूबियाँ, नौसेना में शामिल, डिजाइन (INS Visakhapatnam in Hindi) (Destroyer, Cost, Design, Delivery)
हिंद और प्रशांत महासागरों में भारत अब और भी सशक्त हो गया है। हाल ही में नौसेना में आईएनएस विशाखापट्टनम को मुंबई में दाखिल किया गया है। सबसे बड़ी बात ये है कि आईएनएस विशाखापट्टनम स्वदेशी है तथा इसका नौसेना में शामिल किया जाना भारत को सशक्त युद्धपोतों के निर्माण मे सक्षम राष्ट्रों की श्रेणी में ला कर खड़ा करेगा।आईएनएस विशाखापट्टनम का निर्माण भारत को सुरक्षा और गौरव की अनुभूति प्रदान कर रहा है। तो आइए इस आर्टिकल के माध्यम से आईएनएस विशाखापट्टनम के महत्व को समझते हैं। यहां आईएनएस विशाखापट्टनम से जुड़े महत्वपूर्ण पहलुओं पर भी चर्चा की जाएगी।
आईएनएस विशाखापट्टनम क्या है (INS Visakhapatnam in Hindi)
आईएनएस विशाखापट्टनम भारत में निर्मित सबसे सशक्त युद्धपोतों में से एक है। इसे प्रोजेक्ट पी 15 बी के तहत रखा गया है। आईएनएस के कमांडिंग ऑफिसर के द्वारा इसे नौसेना में शामिल करने की बात साझा की गई थी। इसे जुड़ी मुख्य बात ये है कि इसमें लगे 75 प्रतिशत उपकरण भारत में बनाए गए हैं। आईएनएस विशाखापट्टनम की कमीशनिंग ने भारत की अंतराष्ट्रीय ख्याति और सशक्तता में बढ़ोतरी की है।
आईएनएस विशाखापट्टनम की खूबियां (INS Visakhapatnam Features and Design)
- आईएनएस विशाखापट्टनम की टॉप स्पीड 55.56 किलोमीटर प्रति घंटे की है।
- इसका प्रयोग एंटी शिप मिसाइल, ड्रोन, क्रूज मिसाइल, लड़ाकू विमान को ध्वस्त करने में किया जा सकता है।
- आईएनएस विशाखापट्टनम में चार गैस टर्बाइन इंजन मौजूद हैं।
- आईएनएस विशाखापट्टनम की लेंथ 163 मीटर है और वजन 7400 टन तक का है।
- आईएनएस विशाखापट्टनम में बत्तीस बराक 8 मिसाइल मौजूद हैं।
- आईएनएस विशाखापट्टनम में सोलह ब्रह्मोस मिसाइल मौजूद हैं।
- आईएनएस विशाखापट्टनम में सर्विलांस थ्रेट अलर्ट भी लगाया गया है।
- आईएनएस विशाखापट्टनम सौ किलोमीटर तक दुश्मन को नष्ट करने में सक्षम है।
- खास बात ये भी है कि आईएनएस विशाखापत्तम आत्मनिर्भर भारत के अंतर्गत निर्मित है।
- आधुनिक हथियारों से आईएनएस विशाखापत्तम को मजबूत बनाया गया है। ये किसी भी परिस्थिति में दुश्मन के छक्के छुड़ाने में सक्षम है।
- आईएनएस विशाखापत्तम जैसे आधुनिक जंगी बेड़े को दुश्मन अपने रडार से भी भांप नहीं पाएगा।
- आईएनएस विशाखापत्तम एटॉमिक, केमिकल, बायोलॉजिकल अटैक्स का सामना आसानी से कर सकता है।
- युद्ध की किसी परिस्थिति में ये जंगी बेड़ा दो अलग अलग हेलिकोपर्स का संचालन कर सकता है।
- आईएनएस विशाखापत्तम पानी के अंदर भी आसानी से लड़ाई कर सकता है।
भारतीय नौसेना की चुनौती (Indian Navy Challenge)
आईएनएस विशाखापट्टनम का भारतीय नौसेना में शामिल किया जाना एक महत्वपूर्ण कदम है। किंतु समुद्र में अपना दबदबा बनाए रखने के लिए भारत को अभी भी एक लंबा सफर तय करना होगा। भारत के प्रतिद्वंदियों की बात करें तो चीन विश्व की सबसे सशक्त नौसेना बनाने के लक्ष्य की ओर अग्रसर है। वही अमेरिका के पास ‘सुपर’ एक लाख टन न्यूक्लियर पावर्ड करियर्स मौजूद हैं। इन सब के लिहाज से भारत को अपनी नौसेना के लिए और भी संसाधन जुटाने की आवश्यकता है।
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