भारतीय ऐतिहासिक स्मारक (Indian Historical Monuments in hindi)
यह सच है कि आजकल भारतीय पर्यटको का रुख अपना देश छोड़कर विदेशों की तरफ होता जा रहा है. आज हर कोई अपनी छुट्टीयां अपना देश छोड़ विदेश में गुजारना चाहता है. परंतु यह भी सच है, कि भारत में भी सुंदरता की कमी नहीं है, अगर आप ध्यान दे, तो यहाँ प्रकृतिक सुंदरता तो है ही, इसके अलावा यहाँ विभिन्न धर्मो की धार्मिक सभ्यता, विभिन्न पुरानी इमारते, पुरानी सभ्यताएं उनकी निशानियां, पुराने मंदिर मज्जीद, गुरुद्वारे और चर्च भी आकर्षण का केंद्र है. यहाँ आज भी विभिन्न राष्ट्रीय उद्यान, घने जंगल, शांत नदी के किनारे और ऐतिहासिक स्मारक विदेशी पर्यटको का ध्यान खिचने में कामयाब है. भारत के 13 राज्यो में जहां समुद्र लगा हुआ है, वहीं यहाँ का कुछ हिस्से में रेगिस्तान है, तो कुछ में घने जंगल और आप चाहें तो यहाँ के कुछ हिस्सो में बर्फ का आनंद भी ले सकते है, इस तरह भारतीय भूमि प्रकृति के किसी भी सौंदर्य से अछूती नहीं है. यहाँ के ऐतिहासिक स्मारकों ने भी भारत और भारतीय सीमा के बाहर भी ख्याति बटोरी हुई है.
भारत में मौजूद कुछ प्रसिध्द ऐतिहासिक स्मारक निम्न है (Indian Historical Monuments )
- ताज महल आगरा (Taj Mahal, Agra) – ताजमहल भारत के उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में पवित्र नदी यमुना के तट पर सफेद मार्बल से बना एक मकबरा है. आप इस भारतीय स्मारक में तुर्की, मुगल, फारसी और भारतीय शैली का मिश्रण देख सकते है. वास्तव में ताजमहल एक प्यार की निशानी है, जिसे एक पति ने अपनी पत्नी की याद में बनवाया था. इसका निर्माण साल 1648 में किया गया था, यह भारत में एक इस्लामिक कला की निशानी भी है. इमें मौजूद मुख्य मकबरे को ही बनने में लगभग 12 साल लगे थे, इसके अलावा भी इसके अन्य भागो के निर्माण में भी 10 वर्ष और लगे. इस ऐतिहासिक इमारत को बनने में उस समय लगभग 3 अरब 20 करोड़ रुपय का खर्च आया था.
भारत में मौजूद इस अजूबे पर लगभग 20 से 40 लाख लोग हर वर्ष घूमने आते है, जिनमें से 2 लाख विदेशी पर्यटक होते है.
- हरमंदिर साहिब, अमृतसर (Harmandir Sahib, Amritsar) – स्वर्ण मंदिर या हरमंदिर साहिब पंजाबी लोगों का मुख्य तीर्थ है. यह तीर्थ करीब 400 साल पूर्व में बनाया गया था. यहाँ की वास्तुकला, सुंदरता और स्वर्ण निर्मित दीवारों की नक्काशी दर्शको का ध्यान अपनी ओर खिचती है. यहाँ आने वाले भक्तो के खाने पीने की व्यवस्था मंदिर प्रशासन द्वारा बिलकुल मुफ्त की जाती है और यहाँ लगभग 40 हजार व्यक्ति प्रतिदिन भोजन करते है.
सिख्कों के इस मंदिर को कई बार नष्ट किया जा चुका है परंतु इसे हर बार सिख्क संप्रदाय के लोगो द्वारा पुनः बनवाया गया. 19 शताब्दी में भी इसे नष्ट कर दिया गया था, पर महाराजा रणजीत सिह ने इसे पुनः निर्मित करने का बेड़ा उठाया और इसे विशेष सौंदर्य देने के उद्देश्य से इसकी बाहरी दीवारों को स्वर्ण की परत से सुशोभित किया.
- मैसूर पैलेस, मैसूर (Mysore Palace, Mysore) – मैसूर पैलेस एक बहू प्रसिध्द भारतीय स्मारक है. भारत में सबसे अधिक देखे जाने वाले स्मारकों में से एक यह स्मारक कर्नाटक राज्य के मैसूर में स्थित है. कहा जाता है कि पहले यह महल चंदन की लकड़ियों का बना हुआ था जिसकी क्षति हो जाने के बाद यह दूसरा महल बनवाया गया. इस महल में मौजूद गुंबद सोने से बना है जो धूप में बहुत जगमगाता है. हर साल दशहरे पर लगभग 97 हजार बल्बों की रोशनी से इस महल को रोशन किया जाता है, जिससे इस महल की सुंदरता और अधिक बड़ जाती है और दर्शको की आखे इससे नहीं हटती.
- लोटस टैम्पल, दिल्ली (Lotus Temple, Delhi) – भारत की राजधानी में निर्मित राष्ट्रीय पुष्प कमल के शेप में बने इस मंदिर का अन्य नाम बहाई उपासना मंदिर भी है. यह अन्य मंदिरो से बिलकुल अलग है, यहाँ कोई मूर्ति नहीं है, यहाँ विभिन्न धर्मो से संबंधित लेख पढे जाते है और साथ में प्रार्थना और ध्यान भी किया जाता है. इस मंदिर में रोजाना 8 से 10 हजार पर्यटक आते है जिसमें देशी लोगो के साथ विदेशी पर्यटक भी शामिल होते है. यह मंदिर 24 दिसंबर 1986 को बना परंतु, इसे जनसमान्य के लिए 1 जनवरी 1987 चालू किया गया. यह मंदिर कमल की आकृति का बना है इसलिए इसलिए इसका नाम लोटस टैम्पल है.
- हवा महल, जयपुर (Hawa Mahal Jaipur)- वैसे तो पूरा राजस्थान ही राजपूती शान और धरोहरों से सुशोभित है. परंतु यहाँ आज भी कुछ किले और महल पुरानी राजपूती शान का बखान करते है, इन्ही में से एक जयपुर स्थित हवा महल है. राजस्थान की राजधानी मे स्थित यह महल राज्य के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है. इसका निर्माण साल 1798 में करवाया गया था. अभी साल 2005 में इस महल में लगभग 45 लाख रुपय की लागत से मरम्मत का कार्य करवाया गया था.
- विक्टोरिया मेमोरियल, कोलकाता (Victoria Memorial Kolkata) – 1906 से 1921 के बीच निर्मित यह स्मारक पश्चिम बंगाल के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है. यह स्मारक पूर्ण रूप से रानी विक्टोरिया को समर्पित है, यहाँ एक संग्राहलय भी है जहां रानी का प्यानो और उनकी विभिन्न चीजे रखी गई है.
- बृहदीश्वर मंदिर, तंजावुर (Brihadishwara Temple, Thanjavur)- पूरा दक्षिण भारत पुराने मंदिरो के सौंदर्य से सुशोभित है. यहाँ चोला वंश के समय लगभग 300 मंदिरो के निर्माण किया गया था. इस मंदिर के गर्भगृह के उपर 216 फीट उची मीनार है और इसके एक और अनाकट नदी बहती है. इस मंदिर में विशालकाय नंदी की प्रतिमा विद्यमान है. इस मंदिर में साल में शिवरात्रि, नवरात्रि और राजराजन उत्सव प्रमुख उत्सव है जिन्हे विशेष तैयारी के साथ मनाया जाता है.
- छत्रपती शिवाजी टर्मिनस, मुंबई (Chhatrapati Shivaji Terminus, Mumbai) –यह भारत के सबसे व्यस्त रेल्वे स्टेशनो मे से एक और मध्य रेल्वे के मुख्यालयों में से एक भी है. मुंबई की और जाने वाली ट्रेन यही पर आकार रुकती है. यहाँ मौजूद स्टेशन के अतिरिक्त यह अपने विशेष बनावट और सौंदर्य के लिए भी प्रसिध्द है. यह व्यस्त रेल्वे स्टेशन मुंबई के लोगों की व्यस्त शैली को प्रदर्शित करता है.
- सांची स्तूप, सांची (Sanchi Stupa, Sanchi) – सांची भारत के दिल मध्यप्रदेश में स्थित एक बौध्द स्मारक है. यह स्तूप मुख्य रूप से अर्धगोलाकार आकृति का ईट से निर्मित स्मारक है, जिसमें भगवान बुध्द के अवशेष रखे गए थे. इसे कई शताब्दी पूर्व महान सम्राट अशोक ने बनवाया था. आपको यहाँ आकर शांति का अहसास होता है, और आप चाहे तो रेल मार्ग से बहुत ही आसानी से यहाँ पहुँच सकते है. सांची मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में बेतवा नदी के किनारे बसा एक गाँव है, जहां रेल मार्ग मौजूद है.
- कोणार्क सूर्य मंदिर (Konark Sun Temple) – भारत के उड़ीसा में स्थित सूर्य मंदिर को विश्व के ऐतिहासिक स्थलों में स्थान मिला है. यह लाल रंग के बलुआ पत्थरो और काले ग्रेनाइट के पत्थरों से मिलकर बना है. यह मंदिर 12 चक्रो के साथ 7 घोड़ो से खिचते हुये रथ की आकृति का बना हुआ है. इस मंदिर रूपी रथ में मौजूद 12 चक्र साल के 12 महीनो के प्रतीक है वही इस चक्र में मौजूद 8 अर दिन के 8 प्रहरों को दर्शाते है. यह रथ रूपी मंदिर अपने ऊपर भगवान सूर्य को विराजित किए हुये है. भारत में मौजूद यह मंदिर और इसकी कलाकृतियाँ अत्यंत ही खूबसूरत है.
इन जगहों के अलावा भी भारत में कई ऐसे स्थान है जिनको घूमने और उनकी कलाकृतियाँ देखने का अनुभव एकदम अनूठा होगा. इसके अलावा भारत में मौजूद प्रमुख ऐतिहासिक दार्शनिक स्थल कुतुंब मीनार, गेट वे ऑफ इंडिया, इंडिया गेट, चारमीनार, लाल किला, लेक पैलेस, मीनक्षी अम्मान मंदिर आदि है.
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