अलिफ लैला सिंदबाद जहाजी, कहानी, भाग, पहला, दूसरा, सीरियल, एपिसोड, सफर, लड़ाई (Alif Laila Sindbad Jahazi ki Kahani in Hindi), (Cast, Bhag, Kisse)
हमारे देश भारत में अलिफ लैला एक बहुत ही लोकप्रिय और प्रसिद्ध टीवी सीरियल रहा है. यहां आपकी जानकारी के लिए बता दें अलिफ लैला टीवी सीरियल अरेबियन नाइट्स पर आधारित है जिसके स्क्रीनप्ले के लेखक रामानंद सागर थे और निर्देशन का सारा काम उनके बेटों ने संभाला था. जानकारी दे दें कि यह टीवी सीरियल भारत में 1993 में दूरदर्शन पर शुरू किया गया था और यह 1997 तक चला था. इस टीवी सीरियल को दर्शकों ने बहुत ज्यादा पसंद किया था और बच्चे बड़े सभी बहुत ज्यादा शौक से इसे देखा करते थे.
अलिफ लैला की कहानी
वास्तव में अलिफ लैला अरब देश की एक बहुत ही अधिक प्रचलित और फेमस लोककथा है जिसे पूरी दुनिया के सभी लोग सैकड़ों सालों से बड़े चाव से सुनते चले आ रहे हैं. यहां बता दें कि अल्फ लैला अरबी का शब्द है जिसमें अल्फ का मतलब होता है एक हजार और लैला का अर्थ होता है रात. इसीलिए आपको अलिफ लैला में 1001 कहानियों का संग्रह मिलता है जिनमें एक से बढ़कर एक कहानियां हैं जिन्होंने दर्शकों और पाठकों का मन हमेशा लुभाया है.
जानकारी के लिए बता दें कि अलिफ लैला में एक लड़की की बहुत ही मार्मिक कहानी है जिसने एक बहुत ज्यादा जालिम बादशाह से शादी की थी और वह लगातार उसके कठोर हृदय को बदलने की कोशिश में रहती है और एक दिन वह अपनी कोशिश में कामयाब भी हो जाती है. इस प्रकार वह ना केवल अपनी जिंदगी बचाती है बल्कि दूसरी बहुत सारी लड़कियों के जीवन को भी बचाती है.
यहां आपको जानकारी के लिए बता दें कि अलिफ लैला की कथा के अनुसार बादशाह शहरयार को उसकी पत्नी धोखा देती है और उसकी बेवफाई के कारण वह बहुत ज्यादा दुखी हो जाता है जिसके चलते वह अपनी मल्लिका और उसकी सारी दासियों को कत्ल करने के बाद यह प्रतिज्ञा लेता है कि वह हर दिन एक लड़की के साथ शादी करेगा और अगले दिन की सुबह उसका कत्ल कर देगा. उसके मन में यह बात घर कर जाती है कि दुनिया की हर लड़की बेवफा होती है.
बादशाह अपनी नफरत और गुस्से में बिल्कुल ही अंधा हो जाता है और वह मासूम लड़कियों का रोज कत्ल करता है. ऐसे में बादशाह के वजीर की बेटी शहरजाद बादशाह से शादी कर लेती है ताकि वह इस अत्याचार को रोक सकें. वह बादशाह कहानियां और किस्से सुनने का बहुत ही ज्यादा शौकीन होता है और इसीलिए शहरजाद उसे तरह तरह की कहानियां सुनाती है जो एक हजार रात तक चलती हैं. इसी वजह से बादशाह शहरजाद को कत्ल नहीं कर पाता क्योंकि वह हर रोज पूरी कहानी सुनने की लालसा में उसे छोड़ देता है.
इस प्रकार 1000 राते पूरी हो जाती है तो उन कहानियों को सुनने के बाद बादशाह को शहरजाद से प्यार हो जाता है. इस प्रकार बादशाह शहरयार के मन में औरतों को लेकर जो घृणा होती है वह खत्म हो जाती है और वह अपनी उस कसम को भी तोड़ देता है जिसके कारण वह हर रोज औरतों का कत्ल किया करता था. इस तरह कहानी के अंत में बादशाह शहरयार और उसकी रानी शहरजाद दोनों ही हंसी-खुशी अपना जीवन व्यतीत करने लगते हैं.
अलिफ लैला दूरदर्शन धारावाहिक
अलिफ लैला की कहानी में लोगों को सबसे ज्यादा आकर्षित किया करती थी क्योंकि इसमें जादू टोना और चमत्कार जैसी चीजों को बहुत अधिक दिखाया गया था. दूरदर्शन पर दिखाए जाने वाले इस धारावाहिक को इस तरह से बनाया गया था कि बड़ों के साथ साथ यह बच्चों का भी लोकप्रिय धारावाहिक बन गया था. इस धारावाहिक में प्यार, धोखा, बेवफाई, सच, झूठ, जादू टोना इत्यादि चीजों पर सबसे ज्यादा फोकस किया गया था.
धारावाहिक का नाम | अलिफ लैला |
पहला एपिसोड | 1993 |
आखिरी एपिसोड | 1997 |
एपिसोड की कुल संख्या | 303 |
डायरेक्टर | आनंद सागर, प्रेम सागर, मोती सागर |
अलिफ लैला की वास्तविकता
ऐसा मानना है कि अलिफ लैला की कहानी में वास्तविकता से ज्यादा लोक कथाएं थी क्योंकि अंतिम भागों की कथा इजिप्ट के ममलूक शासनकाल में की गई है. इसी तरह अलिफ लैला की कहानियों में आखिरी हिस्से में हारून रशीद को जोड़ना इस बात को मजबूत करता है कि अलिफ लैला की कहानियां केवल जन कथाएं हैं और उन में कोई सच्चाई नहीं है. यह बात सभी जानते हैं कि हारून रशीद की पहली यानी बड़ी बेगम का नाम जुबेदा था जो कि एक ऐतिहासिक सच है परंतु अलिफ लैला की पहली कहानी में ही हम देखते हैं कि मल्लिका जुबेदा के बारे में सही नहीं लिखा गया है क्योंकि उसके बारे में यह कहा गया है कि वह अपने निकाह होने से पहले खूबसूरत डायन थी जो कि एक बार खलीफा को भी मारने की साजिश रचती है. लेकिन बाद में उसका ह्रदय परिवर्तित हो जाता है और वह अपने हालातों के साथ समझौता कर लेती है.
अलिफ लैला की कहानियों के संग्रह मे मध्ययुगीन धार्मिक आस्थाओ के ऊपर भी काफी प्रकाश डाला है और यहां बता दें कि इसमें मौजूद सारी कहानियों के सुनाने वाले और सुनने वाले अरब देश के नागरिक थे. यह सभी इस्लाम धर्म से संबंध रखते थे और इनकी कहानियों में हमें भारतीयता का चित्रण और संस्कृति भी देखने को मिलती है. लेकिन इसमें केवल भारतीय मुसलमानों के बारे में ही वर्णन किया गया है और हिंदू समाज के बारे में किसी भी तरह का कोई जिक्र तक नहीं है जबकि हमारे देश भारत में हिंदू मुस्लिम सभी रहते हैं.
इसके अलावा बता दें कि सिंदबाद की कथा में श्रीलंका के हिंदुओं के बारे में उल्लेख देखने को मिलता है. यहां यह भी बता दें कि इन कहानियों में हब्शियों को भी दिखाया गया है और इसके साथ-साथ यह भी जान लें कि आमतौर पर कभी मुसलमान को शराब पीते हुए नहीं दिखाया जाता लेकिन अलिफ लैला में मुसलमानों को शराब का सेवन करते हुए दिखाया गया है. तो शायद इसका मतलब यह हो सकता है कि मध्य युग में अरब में शराब पीना जायज था और गुनाह में नहीं गिना जाता था.
अलिफ लैला टीवी सीरियल की शुरुआत दूरदर्शन
यहां बता दें कि इस टीवी सीरियल की शुरुआत में आपको शहरयार को उसकी बेगम शहरजाद कहानियां सुनाती हुई दिखाई देती है जो कि 1001 रात तक चलती है. इस धारावाहिक में बेगम शहजाद द्वारा सुनाई गई सभी छोटी-बड़ी कहानियों को लिया गया है. लेकिन अलिफ लैला के सारे सीरियल टीवी पर नहीं दिखाए जा सके थे.
अलिफ लैला सीरियल की कहानियों के नाम
- शहरयार और शाहजमां की कहानी
- शहरयार और शहरजाद की शादी की कहानी.
- व्यापारी और दैत्य की कहानी
- बूढ़े और उसकी हिरनी की कहानी
- दूसरे बूढ़े और उसके दो काले कुत्तों की कहानी
- तीसरे बूढ़े और उसके खच्चर की कहानी
- किस्सा मछुआरे का
- गरीब बादशाह और हकीम दूबाँ की कहानी
- भद्र पुरुष और उसके तोते की कहानी
- किस्सा वजीर का कहानी
- काले द्वीपों के बादशाह की कहानी
- तीन राजकुमारी और 5 सुंदरियों की कहानी
- मजदूर की कहानी
- पहले फकीर की कहानी
- दूसरे फकीर की कहानी
- भले आदमी और ईर्ष्यालु पुरुष की कहानी
- तीसरे फकीर की कहानी
- जुबेदा की कहानी
- अमीना की कहानी
- मृत स्त्री और जवान हत्यारे की कहानी
- स्त्री की हत्या की कहानी
- नूरुद्दीन अली और बदरुद्दीन हसन की कहानी
- दर्जी और बादशाह के कुबड़े सेवक के हत्या की कहानी
- सिंदबाद जहाजी की कहानी
- सिंदबाद जहाजी की पहली यात्रा
- सिंदबाद जहाजी की दूसरी यात्रा
- सिंदबाद जहाजी की तीसरी यात्रा
- सिंदबाद जहाजी की चौथी यात्रा
- सिंदबाद जहाजी की पांचवी यात्रा
- सिंदबाद जहाजी की छठी यात्रा
- सिंदबाद जहाजी की सातवीं यात्रा
- ईसाई द्वारा सुनाई गई कहानी
- अनाज के व्यापारी की कहानी
- लंगड़े आदमी की कहानी
- अनजान आदमी और सोते तोते की कहानी
अलिफ लैला होम वीडियो में
यहां बता दें कि अगर आप अलिफ लैला टीवी सीरियल का आनंद लेना चाहते हैं तो इसके लिए आप वीडियो सीडी या फिर डीवीडी ले सकते हैं क्योंकि यह इन दोनों फॉर्मेट में अवेलेबल है.
अलिफ लैला धारावाहिक अवार्ड
यह टीवी सीरियल काफी अधिक लोकप्रिय रहा है जिसके कारण इंडियन सिनेगोर एकेडमी द्वारा मोस्ट आउटस्टैंडिंग सीरियल का अवार्ड इसे दिया गया था.
अलिफ लैला सीरियल के कलाकार और पूरी टीम के बारे में जानकारी
कलाकार का नाम | कलाकार की भूमिका |
गिरिजा शंकर | सुल्तान शहरयार |
दामिनी कंवल शेट्टी | रानी शहरजाद |
शाहनवाज खान | राजशाही विजेता, सिंदबाद, असपानदार या अली बाबा, बद्रुआ |
श्वेता रस्तोगी | राजशाही विजेती की बेटी |
आरके दत्ता | व्यापारी, चीमा, जलाल तालिब |
प्रमोद कपूर | सिराजुद्दीन शरीफ जरदारी, प्रिंस गुलफाम, शाह खुर्रम, जादूगर अजगर |
मूलराज राजदा | हातिम दाउबन |
नीला पटेल | मछुआरे की पत्नी, अलादीन की मां, बगदाद की शाही, रानी जमानी |
नवदीप सिंह | अलादीन |
पापिया सेनगुप्ता | राजकुमारी गुलफसा |
संजीव शर्मा | हासिम |
विलास राज | अफ्रीका का जादूगर |
पिंकी पारेख | दुरक्षा, जेबा जीमी शाहीन, मरजीना, राजकुमारी बाराबोदोर, तागुइती |
सुलक्ष्णा खत्री | डायन असबेला, जलाल तालिब |
ज्योतिन दवे | नगलिस्तान का राजा |
सुनील पांडे | सब्बीर अहमद |
कंपोजर | रविंद्र जैन |
गायक | सुरेश वाडेकर, आशा भोसले, मोहम्मद अजीज, मिताली चौधरी, चेतना, उषा मंगेशकर, सतीश देहरा, वासी रजा |
पटकथा | रामानंद सागर |
निर्देशन | आनंद सागर, प्रेम सागर और मोती सागर |
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