भारत- इजरायल संबंध, संबंध इतिहास, भारत और इजराइल के संबंध,भारत-इजरायल एग्रीकल्चर कॉर्पोरेशन प्रोग्राम, भारत इजराइल डिफेंस कोऑपरेशन,इजराइल-पलेस्टाइन झगड़ा,भारत और इजरायल 2022 (India-Israel Relationship, Historical Aspects, India-Israel Relationship, India-Israel Agriculture Corporation Program, Israel-Palestine Conflict and Indian Balanced Stance, India-Israel 2022)
आज भारत ने अपने अंतरराष्ट्रीय संबंधों में काफी तरक्की कर ली है और एक संपन्न देश बनने के लिए उस देश के अंतरराष्ट्रीय संबंध भी बहुत मायने रखते हैं। भारत ने कई देशों के साथ अपने अंतरराष्ट्रीय संबंध को मजबूती से निभाया है जैसे रसिया, यूनाइटेड स्टेट्स, साउथ कोरिया, इजरायल, जापान, जर्मनी इत्यादि। यदि हम भारत और इजरायल के संबंध की बात करें तो इन दोनों देशों ने पिछले कई वर्षों में अपने संबंध को काफी अच्छा बनाया है। भारत ने इजरायल के साथ कई क्षेत्रों के स्तर पर कोलैबोरेशन स्थापित कर अच्छे संबंध बनाए हैं जैसे कृषि क्षेत्र (एग्रीकल्चर), पानी, डिफेंस और काउंटर टेररिज्म।
वर्ष 1992 से लेकर 2022 तक भारत और इजराइल के इस डिप्लोमेटिक संबंध का सफर 30 वर्षों का होने जा रहा है और दोनों ही देश अपने 30 वर्ष के इस लंबे संबंध को 2022 में मनाएंगे। हम अपने इस आर्टिकल के माध्यम से आज भारत और इजरायल के रिलेशंस पर चर्चा करेंगे और साथ ही साथ यह भी बताएंगे कि कैसे वर्ष 2022 में अब भारत और इजराइल अपने अच्छे संबंध के 30 वर्ष को मनाएगा।
भारत और इजरायल संबंध इतिहास (Historical Aspects)
भारत ने इजरायल को वर्ष 1950 में माना था लेकिन दोनों देशों के बीच बनने वाले मजबूत संबंध की बात करें तो यह वर्ष 1992 से तय हुआ था। इसका मतलब है कि वर्ष 1992 से भारत और इजरायल के बीच अच्छे और एक डिप्लोमेटिक संबंध की शुरुआत हुई थी।
भारत और इजराइल के संबंध ( India-Israel Relationship)
- 2017 में भारत से पहली बार प्रधानमंत्री इजरायल गए थे। इससे पहले यानी वर्ष 1950 से लेकर 2017-18 तक भारत से कभी भी भारतीय प्रधानमंत्री इजराइल नहीं गए।
- वहां दोनों देशों ने सभी क्षेत्रों में एक सहकार्यता मेकैनिज्म की स्थापना की। दोनों देशों ने सभी क्षेत्रों में सहकार्यता बनाई खासकर डिफेंस, जल क्षेत्र, काउंटर टेररिज्म, कृषि क्षेत्र इत्यादि।
- पूरी एशिया में भारत इजराइल का तीसरा सबसे बड़ा ट्रेड पाटनर है और पूरे विश्व में भारत सातवें नंबर पर आता है।
भारत-इजरायल एग्रीकल्चर कॉर्पोरेशन प्रोग्राम (2021 से 2023) (India-Israel Agriculture Corporation Program 2021-2023)
यह इन दोनों देशों यानी भारत और इजरायल के बीच 3 साल का एक एक्शन प्लान है। यह एक्शन प्लान पहले से ही मौजूद दो प्रोजेक्ट्स को और बेहतर बनाने में काम करेगा। वह दो प्रोजेक्ट्स हैं:
- इंडो-इजरायल एग्रीकल्चरल प्रोजेक्ट– यह प्रोजेक्ट इंडिया और इजरायल के बीच में एग्रीकल्चर को बेहतर बनाएगा। यह प्रोजेक्ट वर्ष 2008 से चल रहा है।
- इंडो इजरायल विलेजेस ऑफ एक्सीलेंस- 75 ऐसे गांव जो भारत के 8 राज्यों में फैले हुए हैं, उन्हें और बेहतर बनाया जाएगा और इजरायल में मौजूद नए तकनीकों और टेक्नोलॉजी की मदद से उनकी बढ़ोतरी की जाएगी।
भारत इजराइल डिफेंस कोऑपरेशन (India-Israel Defense Cooperation)
- वर्ष 2020 में भारत ने फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट की लिमिट को 49% से बढ़ाकर 74% कर दी थी।
- इजरायल भारत के लिए हथियारों का चौथा सबसे बड़ा सप्लायर है। एनुअल सेल्स की बात करें तो यह एक बिलीयन डॉलर से ज्यादा है।
- भारत की डीआरडीओ (DRDO) और इजरैली एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज(IAI) भारत में सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल सिस्टम पर सहकार्यता बना रहे हैं।
इजराइल-पलेस्टाइन झगड़ा और भारत संतुलित एक्शन (Israel-Palestine Conflict and Indian Balanced Stance)
- गाज़ा कनफ्लिक्ट इजराइल और पलेस्टाइन के बीच का एक बहुत पुराना झगड़ा है जो आइडेंटिटी और जमीन को लेकर है। यह झगड़ा सही एक टेरिटरी के ओनरशिप के हक को लेकर है।
- इजरायल और पलेस्टाइन के बीच में हिंसा और बहुत झगड़ा हुआ जिसमें भारत ने एक संतुलित एक्शन लेते हुए दोनों देशों को हिंसा और झगड़ा नहीं करने की सलाह दी और संतुलित तरीके से इसे ठीक करने की कोशिश की।
- भारत एकमात्र पहला ऐसा नॉन अरब देश है जिसने पीएलओ को मान्यता दी।
- भारत ने इजराइल और पलेस्टाइन दोनों ही देशों के साथ अच्छे और संतुलित संबंध बनाने की कोशिश की है।
भारत और इजरायल 2022 (India-Israel 2022)
- 1992 से लेकर 2022 तक भारत और इजराइल के बीच का यह संबंध 30 साल का होने जा रहा है।
- दोनों देश 2022 में अपने 30 सालों के संबंध को मनाएगा। यह दोनों देशों के बीच में 1 माइल स्टोन की तरह सेलिब्रेट किया जाएगा।
- 24 जनवरी 2022 को भारत में दोनों देशों के लिए एक इवेंट ऑर्गेनाइज भी किया गया था। इस प्रोग्राम में बहुत सारे इवेंट्स ऑर्गेनाइज किए जाएंगे।
- आने वाले समय में दोनों देशों के संबंध को और भी बेहतर और अच्छा बनाने की उम्मीद की जा रही है।
- दोनों देशों के मिनिस्टर्स एक दूसरे के देश में विजिट कर सकते हैं और इस पर बातचीत करने की आशंका जता रहे हैं।
- जनवरी 2022 में इजरायल के प्रधानमंत्री भारत आने वाले थे लेकिन कोविड-19 की वजह से यह टल गया।
- आने वाले दिनों में इजरायल के प्रधानमंत्री भारत आ सकते हैं और दोनों देशों के बीच इवेंट ऑर्गेनाइज किया जाएगा और जरूरी मुद्दों पर बातचीत की जाएगी।